ऑल मीडिया प्रेस एसोसिएशन के सरगुजा संभाग अध्यक्ष अभिषेक कुमार सोनी ने छात्र हित को लेकर प्राचार्य,को सौंपा ज्ञापन कुलपति,आयुक्त,सांसद एवं मंत्री को पत्र भेजकर विद्यार्थियों के हक के लिए उठाई मांग
राजीव गांधी स्नातकोतर महाविद्यालय में विधि संकाय (एलएलबी) की सीटें घटाए जाने से छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है असर। सीट वृद्धि से न्यायिक शिक्षा का स्तर होगा ऊँचा
विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग को आवेदन अग्रेषित करने प्राचार्य से की विशेष अपील
अंबिकापुर
(समाचारवाणी)
राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर में विधि संकाय (एलएल.बी.) की सीट संख्या घटाए जाने का मामला अब छात्रहित का बड़ा विषय बन गया है। ऑल मीडिया प्रेस एसोसिएशन, के सरगुजा संभाग अध्यक्ष अभिषेक कुमार सोनी ने इस मामले को गंभीर बताते हुए उच्चस्तरीय कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने महाविद्यालय प्राचार्य, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त, मंत्री एवं सरगुजा सांसद को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि छात्रहित को ध्यान में रखते हुए एलएल.बी. की सीटें पुनः 240 की जाएँ।
इस मांग के उठने के बाद सरगुजा संभाग के विधि शिक्षा के इच्छुक विद्यार्थियों में आशा जगी है। छात्रों का कहना है कि यदि सीटें पूर्ववत कर दी जाती हैं तो प्रवेश की संभावनाएँ बढ़ेंगी और उन्हें बाहर जाकर पढ़ाई करने की मजबूरी से भी राहत मिलेगी।विदित हो कि इस महाविद्यालय में पहले 240 सीटें स्वीकृत थीं, किन्तु वर्तमान में इन्हें घटाकर केवल 120 कर दिया गया है। इस कारण सरगुजा संभाग के हजारों विद्यार्थियों में असंतोष व्याप्त है।
राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय से संबद्ध है और यह सरगुजा संभाग का एकमात्र विधि शिक्षण संस्थान है। यहाँ सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, सूरजपुर, कोरिया एवं मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जैसे जिलों के विद्यार्थी दाखिला लेने आते हैं। लेकिन सीटें घटने से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं प्रवेश से वंचित हो रहे हैं।
प्राचार्य से भी की विशेष अपील
अभिषेक कुमार सोनी ने कॉलेज प्राचार्य से भी विशेष अनुरोध किया है कि वे इस विषय पर अपनी अनुशंसा सहित आवेदन को विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा विभाग रायपुर को अग्रेषित करें। उन्होंने कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन इस विषय में अग्रसर होता है तो छात्रों को न्यायिक शिक्षा का बेहतर अवसर उपलब्ध कराया जा सकेगा।
सीटें कम होना छात्रहित के खिलाफ
इन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अंबिकापुर का यह महाविद्यालय पूरे सरगुजा संभाग का एकमात्र विधि शिक्षण संस्थान है। पहले जहाँ 240 सीटें थीं, अब इसे घटाकर 120 कर देना छात्रहित के बिल्कुल विपरीत है। इससे न्यायिक शिक्षा की उपलब्धता सीमित हो रही है और दर्जनों विद्यार्थी विधि की पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं। हमारी मांग है कि विधि शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए सीटों की संख्या पुनः बढ़ाई जाए, ताकि इच्छुक विद्यार्थियों को अवसर मिल सके और क्षेत्र में न्यायिक शिक्षा का स्तर ऊँचा हो।