ग्रामीणों की 70 एकड़ भूमि हेरा फेरी के खिलाफ डेढ़ सौ ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन, बलरामपुर कलेक्ट्रेट पहुंच कर जांच कार्यवाही हेतु सोपे ज्ञापन

ग्रामीणों की 70 एकड़ भूमि हेरा फेरी के खिलाफ डेढ़ सौ ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन, बलरामपुर कलेक्ट्रेट पहुंच कर जांच कार्यवाही हेतु सोपे ज्ञापन

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बलरामपुर 

(समाचारवाणी) 

 बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक में एक परिवार द्वारा गरीब आदिवासियों और शासकीय मद में दर्ज भूमि सहित लगभग 60 से 70 एकड़ जमीन अपने नाम करने और राजस्व अभिलेखों में कूट रचना कर जमीन अपने नाम कर धोखाधड़ी से धान बेचने के मामले में आज कोदौरा इलाके के लगभग डेढ़ सौ किसानों और ग्रामीणों ने बलरामपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया।राजपुर के पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं लघु वन उपज समिति के जिला अध्यक्ष लाल साय मिंज के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलेक्टर बलरामपुर को ज्ञापन सौंप कर फर्जीवाडा करने,आदिवासियों की जमीन हड़पने धोखाधड़ी,शासकीय अभिलेखों में छेड़छाड़ करने वाले कोटडी ग्राम के वीरेंद्र गुप्ता पिता विजय गुप्ता के खिलाफ तत्काल जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग रखी। 



राजपुर के पूर्व जनपद अध्यक्ष लाल साय मिंज  ने कहा कि सेमर सोत इलाके में यह इलाका पिछड़ा है, नक्सलमुक्त होने के बाद अब बिचौलियों, दलालों,और भ्रष्टाचारियों के गतिविधि का केंद्र बनता जा रहा है। इन्होंने कहा कि भोले भाले आदिवासियों की जमीन और शासकीय छोटे झाड़ के जंगल की भूमि अपने नाम करने में छोटे स्तर के कर्मचारियों की भूमिका भी रही होगी, जिसकी जांच करनी चाहिए।

इन्होंने कहा कि इलाके में महतारी वंदन योजना सहित सभी हितग्राही मूलक योजनाओं के खातों के साथ पूरी जांच होनी चाहिए जिससे एक संगठित बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकेगा। लालसाय मिंज ने कहा कि कलेक्टर बलरामपुर द्वारा धान खरीदी में फर्जी वाडा रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है,वहीं कोदौरा क्षेत्र में इतने बड़े संगठित गिरोह के उपस्थिति के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होना आश्चर्यजनक है। मामले की जांच बड़े स्तर पर कराकर सभी दोषी व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और फर्जीवाड़ा करने वालों पर धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेजा जाए।

 इनके साथ प्रतिनिधि मंडल में शामिल पूर्व जनपद सदस्य एवं युवा नेता नीरज तिवारी, भेंडरी, कोटडीह,इलाके के नेता रामनाथ सिंह, पीटर सहित ग्रामीणों ने दोषी पटवारी, राजस्व अमले, डाटा इंट्री ऑपरेटर, धान खरीद हेतु सहयोगी सहित तत्कालीन पटवारी आर.आई. सहित मामले में शामिल सभी लोगों के जांच की मांग की है ।




कोदौरा के 7 ग्रामों में 70 एकड़ भूमि की हेराफेरी

इन्होंने कहा कि राजपुर ब्लॉक के कोटड़ी अग्रहरि भंडारी टोनी कोदरा करमदीह क्षेत्र के लगभग 150 किसानों ने एक सप्ताह पहले भी राजपुर तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सोपा था। ज्ञात हो कि इस मामले में कोदौरा क्षेत्र में ग्रामीणों ने पिछले सप्ताह स्कूल ग्राउंड में जोरदार प्रदर्शन किया था और धोखाधड़ी कर जमीन अपने नाम करने और मंडी में धान बेचने वाले तत्वों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर राजस्व अभिलेखों की पूरी जांच करने की भी मांग रखी थी। इस संबंध में एक आरोपी ने मंडी प्रभारी से भी विवाद किया था।




फ़र्ज़ी धान बिक्री का संगठित गिरोह, हो निष्पक्ष जांच-लालसाय मिंज

ग्रामीणों का आरोप है कि राजपुर ब्लॉक के कोदोरा क्षेत्र के लगभग 7 ग्रामों में कोटडीह निवासी आरोपी ने अपने और अपने परिवार जनों के नाम शासकीय भूमि और दूसरों की सेटलमेंट की कृषि भूमि अपने नाम दर्ज कर दी, और आईडी पासवर्ड द्वारा धान खरीदी सॉफ्टवेयर में भी दर्ज कर लिया। जब इलाके के किसान धान बेचने भेंडरी धान खरीदी केंद्र पहुंचे तब उन्हें पता चला कि उनके खाते की भूमि दूसरे के नाम पर दर्ज हो चुकी है। ग्रामीण आदिवासियों ने महतारी वंदन जैसे कई राशि के हेर फेर के भी इन पर आरोप लगाए हैं।

 आज कलेक्टर बलरामपुर के नाम ज्ञापन सौंप कर प्रतिदिन प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार एवं पुलिस प्रशासन को भी ज्ञापन प्रेषित कर निष्पक्ष टीम गठित कर पूरे मामले की जांच करने की मांग की है। आदिवासी नेता लालसाय मिंज ने कहा कि भोले भाले ग्रामीण और किसानों के साथ छल पूर्वक किए गए इस धोखाधड़ी की जांच, भौतिक सत्यापन दोषियों कर कार्यवाही की जानी चाहिए।कोटडीह और आसपास के ग्रामों के ग्राम के हितग्राही मूलक योजना,मनरेगा, पीएम आवास और शासकीय अनुदान के मामले की भी पूरी जांच होनी चाहिए।

दोषियों को बचाने हेतु हो रहा प्रयास- नीरज तिवारी

युवा नेता नीरज तिवारी ने कहा कि ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन अभिलेख से नाम हटा रहा है जबकि दोषी पटवारी और राजस्व कर्मियों पर उनके संलिप्त होने की जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।इस पूरे मामले को रफा दफा करने की कोशिश तेज की गई है। इलाके के कई भी चोली और दलाल और कुछ राजस्व कर्मचारी भी इस पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश में लगे हुए हैं।राजपुर तहसील कार्यालय से शासकीय दस्तावेजों की छेड़छाड़ की भी पूरी जांच होनी चाहिए।

यदि जांच की जाएंगे तो धान ख़रीदी, ज़मीन दलाली, राजस्व कुटरचना, हेराफेरी के एक बड़े संगठित गिरोह का पर्दाफाश हो सकेगा। प्रतिनिधिमंडल ने आज कोटडीह,पकराड़ी, तौनी, भेंडरी,कोदौरा, करमडीहा, आदि ग्रामों में पूरे राजस्व भूमि शासकीय भूमि की जांच कर भौतिक सत्यापन ग्रामीणों के समक्ष करने की मांग रखी है। इसके

साथ धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का जुर्म पंजीबद्ध कर दोषियों पर तत्काल कार्यवाही की जाने की मांग भी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से रखी है।


(Samachar vani news, ambikapur) 

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